रिपोर्ट्स के मुताबिक बॉल टेंपरिंग का प्लान ड्रेसिंग रूम के अंदर बना. टेंपरिंग की 'योजना' को कप्तान स्टीव स्मिथ डेविड वॉर्नर, मिचेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और नाथन लियोन ने अंतिम रूप दिया. इस प्लान में कोच डेरेन लेहमन ने भी खिलाड़ियों का साथ दिया.
सभी ने बॉल टेंपरिंग का मोहरा टीम के युवा खिलाड़ी बेनक्रॉफ्ट को बनाया. तय किया गया कि मैच के दौरान बेनक्रॉफ्ट चिपचिपी पीली टेप के खुरदरे हिस्से से गेंद के आकार को खराब करेंगे. बेनक्रॉफ्ट जैसा अनुभवहीन खिलाड़ी अपने सीनियर्स के कहने में आ गया. शायद यह सोचकर बेनक्रॉफ्ट को इस काम में लगाया गया कि पकड़े जाने पर उसे ही सजा मिलेगी.
फिर क्या था.. केपटाउन टेस्ट के तीसरे दिन बेनक्रॉफ्ट ने अपना काम कर दिया, लेकिन उनकी उस हरकत को कैमरे ने पकड़ लिया. और जैसे ही बेनक्रॉफ्ट को पता चला कि उनकी चोरी पकड़ी गई है, उन्होंने उस पीली टेप को अपने ट्राउजर के अंदर छुपा लिया. दरअसल, कोच लेहमन ने 12वें खिलाड़ी पीटर हैंड्सकॉम्ब के जरिए मैदान पर बेनक्रॉफ्ट तक संदेश भेजा था कि कैमरे ने उनकी योजना पर पानी फेर दिया है. इसके बाद तो अंपायरों को भी इसका पता चल गया और बहुत जल्द सच्चाई सामने आ गई.
0 comments:
Post a Comment