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कर्नाटक में किसी कुत्ते की मौत हो जाए, तो क्या पीएम मोदी जिम्मेदार हैं: प्रमोद मुतालिक-sriram-sena-chief-pramod-muthalik-controversial-statement
कर्नाटक में किसी कुत्ते की मौत हो जाए, तो क्या पीएम मोदी जिम्मेदार हैं: प्रमोद मुतालिक-sriram-sena-chief-pramod-muthalik-controversial-statement
बेंगलुरु
श्रीराम सेना के मुखिया प्रमोद मुतालिक ने गौरी लंकेश मर्डर पर विवादास्पद
बयान दिया है। मुतालिक ने कर्नाटक में लंकेश और कलबुर्गी मर्डर समेत
महाराष्ट्र में हुई हत्याओं का जिक्र करते हुए कांग्रेस को कठघरे में खड़ा
किया। इससे पहले भी मुतालिक विवादों में रहे हैं। प्रमोद मुतालिक ने कहा,
'कांग्रेस शासन में कर्नाटक और महाराष्ट्र में दो-दो हत्याएं हुईं। किसी ने
कांग्रेस सरकार की नाकामी पर सवाल नहीं उठाए। इसके बजाए वे सवाल पूछ रहे
हैं कि गौरी लंकेश हत्याकांड पर पीएम नरेंद्र मोदी क्यों चुप हैं और कोई
बयान नहीं दे रहे हैं। अगर कर्नाटक में किसी कुत्ते की मौत हो जाती है, तो
क्या उसके लिए भी पीएम मोदी जिम्मेदार हैं?' प्रमोद मुतालिक ने कहा,
'कांग्रेस शासन में कर्नाटक और महाराष्ट्र में दो-दो हत्याएं हुईं। किसी ने
कांग्रेस सरकार की नाकामी पर सवाल नहीं उठाए। इसके बजाए वे सवाल पूछ रहे
हैं कि गौरी लंकेश हत्याकांड पर पीएम नरेंद्र मोदी क्यों चुप हैं और कोई
बयान नहीं दे रहे हैं। अगर कर्नाटक में किसी कुत्ते की मौत हो जाती है, तो
क्या उसके लिए भी पीएम मोदी जिम्मेदार हैं?' लंकेश, कलबुर्गी, पंसारे की एक
हथियार से हत्या?
बताते चलें कि पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश हत्याकांड की जांच
कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) का कहना है कि परशुराम वाघमारे ने गौरी
लंकेश की हत्या को अंजाम दिया था। परशुराम वाघमारे गौरी लंकेश की हत्या के
संबंध में गिरफ्तार छह संदिग्धों में से एक है। एसआईटी के एक वरिष्ठ
अधिकारी ने यह भी बताया था कि गौरी, गोविंद पानसरे और एमएम कलबुर्गी को
गोली मारने के लिए एक ही हथियार का इस्तेमाल किया गया था। 5 सितंबर 2017 को
बेंगलुरु में गौरी लंकेश की उनके घर के बाहर गोली मार कर हत्या कर दी गई
थी।
फरवरी 2015 में महाराष्ट्र के कोल्हापुर में वामपंथी नेता गोविंद पानसरे की
हत्या दो अज्ञात मोटरसाइकल सवार युवकों ने की थी, जबकि 30 अगस्त 2015 को
कर्नाटक के धारवाड़ में इसी तर्ज पर दो मोटरसाइकल सवार युवकों ने प्रफेसर
एमएम कलबुर्गी की गोली मार कर हत्या कर दी थी। कलबुर्गी कन्नड़ भाषा के
मशहूर लेखक और विचारक थे। वहीं, स्वतंत्र विचारक नरेंद्र दाभोलकर की पुणे
में 20 अगस्त 2013 को गोली मार कर हत्या कर दी गई। इन सभी हत्याओं में
दक्षिणपंथी संगठन आरोपों के घेरे में हैं।
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