आधे उत्तर भारत को बाढ़ ने ले लिया अपनी चपेट में - monsoon flood report north and north east india

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली मानसून की धुआंधार बारिश का इंतजार कर रही है. वहीं आधे उत्तर भारत को बाढ़ ने अपनी चपेट में ले लिया हैं. लगातार बारिश की वजह से नदियां उफान पर हैं. यूपी, एमपी, उत्तराखंड से लेकर असम तक जल प्रलय जारी है. हालात पड़ोसी देश श्रीलंका और भी खराब है. वहां 91 लोगों की मौत हो चुकी है और रिलीफ ऑपरेशन के लिए भारतीय नौसेना को रवाना किया गया है.


मध्य प्रदेश में लगातार बारिश ने जन जीवन अस्त व्यस्त कर दिया हैं वहीं कई इलाकों में लोगों की जान पर बन आई है. राज्य में रींवा की स्थिति बेहद खराब है. फिलहाल यहां बारिश रुक चुकी है लेकिन जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त बना हुआ है. प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए रेड अलर्ट जारी कर दिया है. हालात को काबू में करने के लिए एनडीआरएफ और सेना से मदद मांगी गई है. स्कूलों की छुट्टी कर दी है. रीवा के त्योंथर में टमस नदी पर एक ट्रक बहाव में बह गया था. रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद ट्रक को बाहर निकाला गया और ड्राइवर की जिंदगी बचा ली गई.


बिहार के सुपौल में पूरा पुलिस लाइन समेत होम गार्ड ऑफिस तालाब में तब्दील हो चुका है. जिला पुलिस लाइन में जलभराव के चलते पुलिस जवानो को ड्यूटी जाने से लेकर भोजन बनाने, स्नान से लेकर शौचालय तक निकलने मे परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. फिलहाल यहां बारिश नहीं हो रही है लेकिन पूरा जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है. बाढ़ की चपेट में आए लोगों को पीने का साफ पानी नहीं मिल रहा है और वह बाजार से पानी खरीदने के लिए मजबूर हैं. पूरे राज्य में किसानों के लिए यह स्थिति बेहद खराब है. जहां वह अच्छे मानसून के इंतजार में बढ़ियां खरीफ फसल की बुआई की उम्मीद में बैठे थे, अब बाढ़ की स्थिति से परेशान हैं.


राजस्थान के बांसवाड़ा में आई फ्लैश फ्लड में कुशलगढ़ के एसडीएम और उनके ड्राइवर बह गए थे. हालांकि ड्राइवर को बचा लिया गया है लेकिन एसडीएम की तलाश के लिए ऑपरेशन चलाया गया है.


असम में बाढ़ की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है. यहां बाढ़ से लगभग 17 लाख लोग प्रभावित हैं. 1.5 लाख लोग बेघर हो चुका है. राज्य में स्थित काजीरंगा नेशनल पार्क में जलभराव की स्थिति है. वहां गेंड़ों की जिंदगी खतरे में है. इसके अलावा राज्य में कई हेक्टेयर में फैली फसल तबाह हो चुकी है.



प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकसभा सीट वाराणसी को बीते तीन वर्षों से क्योटो बनाने की कवायद की जा रही है. इस मानसून में भारत कितना क्योटो बना है उसका अंदाजा वहां से जलभराव और बाढ़ की तस्वीरें बयान कर रही है.




नगालैंड में बाढ की स्थिति भी खराब हो रही है. राजधानी दीमापुर के धनसीरी इलाके में नदी पर बना एक पुल टूट गया जिसमें चार लोगों की मौत हो गई है. वहीं अरुणाचल प्रदेश के पापुम पारे जिले में लैंडस्लाइड में 14 लोगों की मौत हो गई है. इलाके की ब्रम्हपुत्रा नदी दिब्रुगढ़, तेजपुर, गोलपारा और ढुबरी में लगातार खतरे के निशान के ऊपर बह रही है.



पड़ोसी देश श्रीलंका में भारी बारिश और बाढ़ से तबाही की स्थिति बनी हुई है. अभीतक बाढ़ की चपेट में आए 91 लोगों की मौत हो चुकी है. 110 से ज्यादा लोग बाढ़ की बहाव में लापता हैं. लगभग 32 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. राहत और बचाव कार्य सुस्त होने के कारण अभीतक महज 2042 लोगों को बचाया जा सका है. लगातार बारिश और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए भारत सरकार ने बचाव दल के साथ रसद सामग्री से भरे दो जहाज भेजे हैं. अगले कुछ घंटों में समान से लदा जहाज आईएनएस किर्च पहुंच जाएगा.
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