लालू की 'बीजेपी भगाओ, देश बचाओ' रैली आज- Lalu Prasad Yadavs

पटना
विपक्ष को एकजुट करने की मुहिम के साथ रविवार को पटना में आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव बड़ी रैली करने जा रहे हैं जिसे 'बीजेपी भगाओ, देश बचाओ' का नाम दिया गया है। हालांकि रैली से पहले ही उन्हें एक के बाद झटके लगे। शायद यही वजह है कि ठीक एक दिन पहले लालू प्रसाद ने इस रैली के उद्देश्य का गोल पोस्ट बदल दिया। 2019 से पहले रैली के मंच से विपक्षी एकता का बिगुल फूंकने का दावा करने वाले लालू प्रसाद अब इसे अच्छी शुरुआत बता रहे हैं। मायावती, सोनिया गांधी, राहुल और शरद पवार जैसे नेताओं के रैली में शामिल नहीं होने के बाद अब ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, लालू यादव के अलावा जेडीयू के बागी नेता शरद यादव मुख्य आकर्षण होंगे। कांग्रेस की ओर से गुलाम नबी आजाद इस रैली में भाग लेंगे जो पटना पहुंच चुके हैं।
तेजस्वी को नए सिरे से लॉन्च किया जाएगा
इस रैली में लालू प्रसाद अपने बेटे तेजस्वी यादव को नए सिरे से लॉन्च करेंगे। आरजेडी ने पिछले एक महीने के दौरान इस रैली के केंद्र में तेजस्वी को ही रखा है। अधिकतर पोस्टरों में लालू प्रसाद के बराबर तेजस्वी हैं। पूरे बिहार की यात्रा भी तेजस्वी यादव ने की। इसके अलावा पहली बार मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक, आरजेडी के चेहरे के रूप में तेजस्वी को ही पेश किया गया। यह आरजेडी की राजनीति के हिसाब से निर्णायक माना जा रहा है। आरजेडी सूत्रों के अनुसार अब लालू प्रसाद के उत्तराधिकारी के बारे में कोई उलझन नहीं है। आज की रैली के बाद यह और साफ हो जाएगा। इसके अलावा रैली में सबकी नजर जेडीयू के बागी नेता शरद यादव पर भी रहेगी। जेडीयू ने साफ कर दिया कि जैसे ही शरद लालू प्रसाद यादव के साथ मंच साझा करेंगे, उन्हें तत्काल प्रभाव से पार्टी से हटा दिया जाएगा।
दूसरे बड़े विपक्षी नेताओं के रैली में नहीं आने को विफलता मानने से इनकार करते हुए लालू प्रसाद यादव ने दावा किया कि उनका उद्देश्य सफल हो गया है। आरजेडी प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि ममता बनर्जी, अखिलेश यादव के अलावा कांग्रेस से गुलाम नबी आजाद रैली में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि इस रैली के बहाने मायावती ने भी पहली बार विपक्षी एकता की बात शुरू की है। ऐसे में इसे कम नहीं आंका जाना चाहिए। हालांकि अंतिम समय में सीपीएम ने भी रैली से अपने आप को अलग कर दिया। इसके लिए टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी की उपस्थिति को कारण बताया जिनके खिलाफ वे बंगाल में चुनाव लड़ते हैं।

ममता, अखिलेश के भाषण पर रहेगी नजर
लालू की रैली में सबसे उत्सुकता ममता बनर्जी और अखिलेश यादव के भाषण पर रहेगी जो विपक्षी एकता पर विस्तार से अपना स्टैंड रख सकते हैं। अखिलेश यादव मायावती से राजनीतिक गठबंधन के बारे में भी बता सकते हैं। एक दिन पहले ही मुलायम सिंह यादव ने दावा किया है कि एसपी कोई गठबंधन नहीं करेगी। इस बारे में अखिलेश यादव का अगला कदम अहम होगा।
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